Chhattisgarh Ka Rajkiya Geet Kya hai

Chhattisgarh Ka Rajkiya Geet Kya hai – छत्तीसगढ़ का राजकीय गीत अरपा पैरी के धार है इसे छत्तीसगढ़ के राजकीय गीत के रूप में वर्ष 2019 में अपनाया गया था इसके लेखक डॉ नरेन्द्र देव वर्मा है आइये इसके बारे में हम डिटेल में जानकारी प्राप्त करते है

Chhattisgarh Ka Rajkiya Geet Kya hai

छत्तीसगढ़ का राजकीय गीत अरपा पैरी के धार है इसके लेखक डॉ नरेन्द्र देव वर्मा है अरपा पैरी के धार नामक गीत डॉ नरेन्द्र देव वर्मा की रचना अपूर्वा से लिया गया है छत्तीसगढ़ विधान सभा की बैठको के पूर्व इसे अनिवार्य रूप से गाया जाता है

इस गीत की कुछ प्रमुख लाइन इस प्रकार से है

“अरपा पैरी के धार, महानदी हे अपार
इंद्रावती हा पखारय तौर पईयां
महूं विनती करव तौर भुँइया
जय हो जय हो छत्तीसगढ़ मईया ”

छत्तीसगढ़ के राजकीय गीत अरपा पैरी के धार को 18 नवम्बर 2019 को छत्तीसगढ़ के राजकीय गीत के रूप में अपनाया गया था उस समय छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल थे

छत्तीसगढ़ का राजकीय गीत प्रत्येक शासकीय कार्यक्रम से पहले गाया जाता है छत्तीसगढ़ के राजकीय गीत में चार नदियों का नाम आता है जैसे – महानदी , अरपा नदी , इन्द्रावती नदी , पैरी नदी

छत्तीसगढ़ के राजकीय गीत अरपा पैरी के धार में छत्तीसगढ़ के सात जिलो का नाम आता है यह जिले इस प्रकार से है – दुर्ग , रायपुर , बिलासपुर , राजनादगांव , बस्तर, सरगुजा , रायगढ़

छत्तीसगढ़ के राजकीय गीत को यदि वाद्ययंत्रो के साथ गाया जाता है तो इसमें 6 मिनट 36 सेकन्ड का समय लगता है जबकि इसका मानकीकरण रूप गाने में 15 सेकण्ड का समय लगता है

छत्तीसगढ़ के राजकीय गीत अरपा पैरी के धार का राजपत्र में प्रकाशन 18 नवम्बर 2019 को हुआ था

 

 

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